Tuesday, April 17, 2018

सोशल मीडिया : अभिव्यक्ति का एक सकारात्मक माध्यम

सोशल मीडिया अभिव्यक्ति का एक सशक्त माध्यम है, किन्तु आवश्यकता है इसके सकारात्मक प्रयोग की... !! सोशल मीडिया के प्रयोग से लोगों के जीवन में हुए बदलाव के कुछ उदाहरण प्रस्तुत हैं ..






वर्ष २०१५ में नेपाल में आये भीषण भूकंप के बाद सोशल मीडिया के सकारात्मक प्रयोग से अनेक लोगों की ज़िन्दगी सुरक्षित हो सकी, राहत कार्य में तेज़ी आयी 




प्रधानमंत्री जी के आह्वाहन पर आरम्भ हुए "स्वच्छ भारत अभियान" को भी सोशल मीडिया द्वारा प्रसारित जागरूकता ने सशक्त किया एवं लोगों में एक प्रतियोगिता की भावना जागृत हुई ... 



चेन्नई में बाढ़ पीड़ितों की त्वरित सहायता में सोशल मीडिया ने अग्रणी भूमिका निभायी.. 


मणिपुर में आयी भीषण बाढ़ हो या असम में प्राकृतिक आपदा, हर जगह सोशल मीडिया के सकारात्मक प्रयोग से जानकारियों का आदान-प्रदान त्वरित गति से होने के कारण राहत-कार्य में काफी गति आयी ... 




सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों तक आम नागरिक के योगदान की जानकारी पहुंचाने में सहायता मिलती है... !! उदाहरण के तौर पर, वाराणसी में तालाबों को नवीन स्वरुप देने में ग्रामीणों का योगदान सराहनीय रहा 


सोशल मीडिया के प्रयोग से भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं एवं विकास-कार्यों की जानकारी वृहद् जनसमूह तक पहुंचाने में सहायता मिलती है ... !! सोशल मीडिया के माध्यम से सांसद/विधायक जनता से "डिजिटल माध्यम" के द्वारा संवाद कर समस्याओं का समाधान करते हुए अपने क्षेत्र की जानकारी भी दे सकते हैं ...




वाराणसी संसदीय क्षेत्र में अब तक संपन्न एवं प्रगतिशील विकास-कार्य

-----------------------------------------------------------------------------

सोशल मीडिया से मिली दिव्यांग किसान सीताराम को मदद : दिव्यांग सीताराम तमाम सुविधायें और जिला प्रशासन/मंत्रालय का सहयोग प्राप्त होने पर प्रसन्न हैं -- Click to Read

सोशल मीडिया के सकारात्मक प्रयोग से जुडी विस्तृत रिपोर्ट पढ़ें => Click Here


No comments:

Post a Comment