सांसद आदर्श ग्राम योजना का मूलमंत्र है स्थानीय ग्रामीणों की पहल और सहभागिता से विकास की ओर अग्रसर होना, जिसमें सांसद अपना मार्गदर्शन देंगे। इस मूलमंत्र को आत्मसात करते हुए ग्राम गोटाटोला के निवासियों ने सकारात्मक बदलाव की कहानी लिखनी शुरू कर दी है। गोटाटोला की सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धी है कि यहां के ग्रामीण ने स्वप्रेरणा से आगे बढ़ते हुए अनेक सकारात्मक पहल के साथ अपने गांव की तस्वीर बदलने के प्रयास में लगे हुए हैं।
जिला मुख्यालय राजनंदगांव से 90 और जनपद मुख्यालय से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम गोटाटोला, जहां 11 अक्टूबर 2014 को सांसद आदर्श ग्राम योजना की (SAGY) शुरुआत की गई |
एक सम्पूर्ण ग्राम के रूप में अपनी पहचान बना रहे इस गाँव में 94.86 प्रतिशत जनसंख्या साक्षर है जिसमें महिलाओं की साक्षरता दर 99.94 प्रतिशत , तो वही पुरुषों की साक्षरता दर 89.59 प्रतिशत है |
संपूर्ण रूप से स्वच्छ गाँव का रूप ले रहे इस ग्राम के शत-प्रतिशत घरों में बिना शासकीय सहायता शौचालयों का निर्माण हो चुका है | पर्यावरण की सुरक्षा और स्वछता हेतु यह गाँव में पोलीथिन के इस्तेमाल हेतु पूर्णतः प्रतिबंधित है | इनके अलावा बच्चों में कुपोषण दूर करने हेतु यहाँ "सुपोषण तिहार" योजना भी शुरू कर दी गई है | स्वच्छता एवं पेयजल व्यवस्था में आगे इस ग्राम में 75 घरों में घरेलू नल कनेक्शन और 50 हैंडपंप हैं |
बांस, शिल्प और बुनकर कला में प्रशिक्षित इस ग्राम में करीबन 110 युवाओं द्वारा स्वयं का व्यवसाय स्थापित है | साथ ही यहाँ युवाओं को कंप्यूटर प्रशिक्षण दिया जा रहा है | शिक्षा में सुधार हेतु आज गांव में शिक्षा समिति बनी हुई है। गांव में मानसिक स्वास्थ एवं व्यक्तित्व विकास हेतु इस समिति द्वारा विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं एवं योग शिविर का आयोजन भी किया जाता है।
स्वच्छता एवं पर्यावरण समिति : गोटाटोला ग्राम को स्वच्छ बनाने एवं पर्यावरण की सुरक्षा एवं सुधार हेतु इस समिति का गठन किया गया है। इसकेे सदस्य गांव को स्वच्छ एवं सुन्दर बनाने हेतु लगातार प्रयासरत है। साथ ही समिति गांव में पर्यावरण के प्रति जागरुकता का प्रसार भी कर रही है।
महिला सशक्तिकरण एवं नशा मुक्ति समिति : गांव में इस समिति के सदस्यों द्वारा ग्रामीण महिलाओं का आत्मनिर्भर कर सशक्तिकरण की दिशा उल्लेखनीय कार्य किए जा रहें है। गांव में शराब एवं अन्य प्रकार के नशे आदि के सेवन व बिक्री पूर्णतः प्रतिबंधित करने में इसके सदस्यों का सराहनीय योगदान रहा है।
सुपोषण एवं स्वास्थ्य समिति : गांव को स्वस्थ एवं कुपोषण मुक्त बनाने में इसके सदस्य लगातार कार्य कर रहे है। गांव के कुपोषित बच्चों को सुपोषित की श्रेणी में लाने हेतु इस समिति द्वारा समय-समय पर सुपोषण त्योहार का आयोजन कर पोषण युक्त आहार प्रदान किया जाता है।
11 अक्टूबर 2014 को प्रारंभ की गई इस योजना के तहत जिला मुख्यालय राजनंदगांव के समीपस्थ ग्राम गोटाटोला को आदर्श ग्राम योजना के तहत एक सम्पूर्ण ग्राम के रूप बनाने हेतु विभिन्न बदलाव किये जा रहे हैं |
Abhishek Singh: Member of Parliament (MP) from Rajnandgaon Loksabha Constituency
Gotatola, village whose total population is 3490 with 380 childrens in it having a total area of 997.881 hectare. Female Literacy: - 99.94% of women & 89.59% men are literate in village.
• Health camps for checkups & the treatment was Organized
• Sports committee organizes daily P.T sessions to keep the children fit
• Villagers under the leadership of Special 26 organized Candle Light Protest to spread the message of non- violence
• Villagers organized a Adarsh Gotatola Festival" to create awareness and promoting environment
• People of Gotatola formed a team of 26 people who took initiative for various development work in village
• 5 Model Aanganvadi Kendra for better primary education
• Weekly Medical Cams & Employment Camps organized
• Skill Development Programs like computer training, tailoring
• arrangement of drinking water including 50 hand pumps & more than 75 tap connections
• Fest, Health camp & Cleanliness drive was organized, Gotatola is free from open defecation
• Primary healthcare centers has been set up at village for immediate medical aid to people
• Suposhan Tihar program organized on regular intervals
• Suposhan Tihar is organized for the malnourished children to bring them to normal level
• Painting & Rangoli competition organized
• Routine Cleanliness and various other activities are organized by the people of Gotatola
• Shiksha Samiti :- Looks after the education among the people in village
• Regular Sports & Yoga activities in village to assure fitness & healthy life of each & every citizen of village
• Youth & Women of Gotatola receiving training under Rural Development Scheme
• Women empowerment & Intoxication Samiti work for the empowerment of women & providing education facilities
• गोटाटोला के बच्चों में पारिवारिक एवं सांस्कारिक परंपरा का विकास करने के लिए मातृ पितृ पूजन दिवस का आयोजन
• ग्राम के स्पेशल 26 एवं छात्रों ने जिले में आदर्श गांव की झांकी का प्रदर्शन कर जिले में प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया
• 50 women are receiving sewing training for 90 days and 100 students have been receiving computer training by NIIT-Limited at Gotatola
• 'Lakh Production' Training was given to the people by the scientists of Krishi Vigyaan Kendra Rajnandgaon
Village Development Plan Meeting
• Drug-Free Awareness Campaign, NSS Camp was organized, A camp for making PAN Card was organized, 21st June 2015, on “International Day of Yoga”, 800+ people took part at Gotatola
• Zero Open Defecation Village Awareness toward health has made every citizen at village responsible
• Digital India Week Program at Village
• People of Gotatola are trained by organizing skill development course like Lakh Training & Book keeping Course
• Due to the people's cleanliness programmes the environment of the village continues to be fresh and clean.
• Gotatola has taken upon itself to ensure that every household of neighboring Gram Tekamtola have closed Sanitation
• To maintain the cleanliness of environment polythene is not used in village
• Time to time training like using sewing machine & book keeping are given to women to make them self-dependent
• Selling of liquor or other addictive substances are banned in village
• Education Committee has been established to monitor the level of education delivered to the students
माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में स्वच्छ भारत के रूप एक बड़ी मुहीम में पूरे देश में संचालित है। इसी कड़ी में सांसद श्री अभिषेक सिंह द्वारा स्वच्छता की शपथ दिलाने के बाद ग्राम गोटाटोला के निवासियों ने पूरे गांव में खुले में शौचमुक्त बनाने के लिए प्रयास करना शुरू किया। आपसी सहभागिता एवं शासन से आर्थिक मदद लिए बिना ही प्रत्येक घर में शौचालय का निर्माण किया। आज ग्राम गोटाटोला में शत्-प्रतिशत् घरों में शौचालय का निर्माण हो चुका है और अपने गांव को ओडीएफ यानी खुले में शौचमुक्त बनाने का कारनामा कर दिखाया।
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